लेखक:
मनोज पाण्डेय
सन् 1974 में इलाहबाद में जन्मे मनोज पाण्डेय हिंदी आलोचना, प्रयोजनमूलक हिंदी और मीडिया के अध्ययन-अध्यापन में विशेष अभिरूचि रखते हैं। साहित्य सेवा : साहित्य से जुड़े नये प्रसंगों, नये विमर्शो पर सतत चिंतन-लेखन। इन अनुशासनों पर 8 पुस्तकें तथा कई शोध लेख एवं आलेख प्रकाशित। गतिविधियाँ : केन्द्रीय हिंदी संसथान, आगरा में कुछ वर्ष अध्यापन। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल की ‘स्वतंत्र भारत की पत्रकारिता’ विषयक शोध परियोजना से सम्बद्ध रहे। बरकतुल्लाह विश्विद्यालय, भोपाल से जुड़कर यूनिसेफ दारा वित्तपोषित एक परियोजना में भी कुछ समय कार्य किया। सम्प्रति : राष्ट्रसंत तुक्डोजी महाराज नागपुर विश्विद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग में अध्यापन। |
|
आलोचना के नये परिप्रेक्ष्यमनोज पाण्डेय
मूल्य: $ 10.95 |
|
प्रयोजनमूलक हिन्दी : प्रयोग और प्रकृतिमनोज पाण्डेय
मूल्य: $ 20.95 |
|
हिन्दी आलोचना दृष्टि और प्रवृत्तियाँमनोज पाण्डेय
मूल्य: $ 18.95 |